ताजमहल इतिहास - प्यार की निशानी

      TAJ MAHAL  -  
                     शाहब-उद-दीन मुहम्मद खुर्रम, जिसे उनके पुनर्जन्म के नाम से बेहतर जाना जाता है, शाहजहाँ, पांचवें मुगल सम्राट थे, जिन्होंने 1628 से 1658 तक शासन किया। उनके शासनकाल में भारतीय वास्तुकला की ऊंचाई का प्रतिनिधित्व किया, विशेष रूप से ताजमहल 


           दुनिया के अजुबों में से एक, 17 वीं सदी के सफेद संगमरमर ताजमहल को मुगल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी प्यारी पत्नी मुमताज महल के लिए एक मकबरे के रूप में बनवाया था, जिनकी मृत्यु प्रसव (बच्चे के जन्म) में हुई थी। ... इसके पीछे की पारंपरिक कहानी मुमताज के लिए शाहजहाँ का शाश्वत प्रेम है।

       शाहजहाँ की तीन पत्नियाँ थीं । शाहजहाँ ने अपनी पहली पत्नी, राजकुमारी कंधारी बेगम से 1609 में शादी की थी और मुमताज़ महल से शादी करने के बाद, तीसरी पत्नी, इज़्ज़-उन-निसा बेगम (अकबराबादी महल) की बेटी को लिया। जो एक प्रमुख मुगल दरबारी था।



      उनकी दूसरी पत्नी, मुमताज़ महल, जिनसे उन्होंने 1612 में शादी की थी, 1631 में उनका निधन हो गया था। वह अपने 16 बच्चों में से 14 की माँ थीं। उनका नाम मूल रूप से अर्जुमंद बानो बेगम था लेकिन जब उसने शाहजहाँ से शादी की तो उसका नाम मुमताज़ महल रखा गया जिसका अर्थ है 'ज्वेल ऑफ द पैलेस', या 'पैलेस का चुना'। मुमताज़ की याद में ताज महल बनाया गया था ।




          ताज महल आगरा शहर में स्थित है जो उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश क्षेत्र में स्थित है। ताज महल  निर्माण कार्य 1632 से 1653 के बीच पूरा हुआ. जिसमें लगभग 22 वर्ष लगे ताजमहल के निर्माण कार्य में करीब 20,000 से भी ज्यादा लोगों ने मिलकर इस ईमारत को बनाया था. 

        माना जाता है कि  ताज महल  लगभग 32 मिलियन रुपये की लागत से पूरा हुआ था, जो आज के समय में लगभग 52.8 बिलियन रुपये (अमेरिकी डॉलर 827 मिलियन) होगा।  कहा जाता है कि शाहजहां ने ताजमहल के निर्माण के बाद अपने 20,000 कारीगरों के हाथ कटवा दिए थे ताकि दूसरा ताजमहल कोई ना बनवा सके.
  
      ताज महल बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामान को लाने ले जाने के लिए 1000 से भी ज्यादा हाथियों का सहारा लिया गया था। कहां जाता है कि शाहजहां ताजमहल जैसा ही एक काला ताजमहल बनवाना चाहते थे. लेकिन उनकी यह इच्छा अधूरी रह गई क्योंकि उनके अपने ही बेटे ने उसे कैद कर लिया था |


    ताज महल के अंदर मुमताज़ महल का मकबरा मुख्य है , इसके मुख्य कक्ष में शाहजहाँ तथा मुमताज़ महल की नकली कब्र मौजूद है | इन्हे बहुत ही अच्छे ढंग से सजाया गया है | इनकी असली कब्र सबसे निचले तल पर मौजूद है | 

    सम्पूर्ण ताज महल का केंद्र है मुमताज़ महल का मकबरा , यह बड़े-बड़े सफेद संगमरमर का बना है | इस मकबरे के ऊपर बहुत बड़ा गुंबद है जो इसकी शोभा बढ़ाता है | यह मकबरा लगभग 42 एकड़ में फैला हुआ है , यह चारो तरफ से बगीचों से गिरा हुआ है तथा इसके तीन और से दिवार बनाई गई है | 



      मकबरे के शिखर पर सफेद सगमरमर के गुंबंद है जो देखने में उलटे कलश जैसा लगता है | ताज महल में प्रवेश करते है तो एक अलग ही शांति का अनुभव होता है |  इसके द्वार पर बहुत सुंदर सुल्लेख लिखे हुए हे , " हे आत्मा ! तू ईश्वर के पास विश्राम कर, ईश्वर के पास शांति के साथ रहे तथा उसकी पूर्ण शांति तुझ पर बरसे "  | 
        ताज महल पुरे विश्व का सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक है | ये हर साल 70 से 80 लाख पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है | इसे देखने के लिए कई देशो के लोग आते है |  यह भारत सरकार का पर्यटन से होने वाली आय का मुख्य स्त्रोत है | 

        THANK YOU.














Comments

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